मंगलवार 23 सितंबर 2025 - 10:49
लोग ऐसे निज़ाम की तलाश में हैं जिससे उन्हें न्याय और बराबरी के स्तर पर अधिकार मिलें

हौज़ा / अल्लामा अशफाक वाहीदी ने कहां, दुनिया से जमींदारी या वडेरा प्रणाली खत्म हो जाए तो अत्याचार, अन्याय और आतंकवाद भी खत्म हो सकता है ताकत का इस्तेमाल हुक्म-ए-इलाही और धर्म के अनुसार होना चाहिए।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , शिया उलेमा काउंसिल पाकिस्तान के नेता मौलाना अशफ़ाक वहीदी ने कहा,जिन क्षेत्रों में बेरोज़गारी, महंगाई और सांप्रदायिकता दिन-ब-दिन बढ़ रही है, उसका कारण न्यायपूर्ण व्यवस्था का अभाव है।

उन्होंने कहा,मानवाधिकारों का हनन और निर्दोष लोगों की हत्या से समाज कभी भी विकास नहीं कर सकता। कुरान और दीन-ए-मबीन ने ऐसी व्यवस्था से अलग होने का स्पष्ट संदेश दिया है।

मौलाना अशफ़ाक वहीदी ने कहा,इस्लामी व्यवस्था की स्थापना के लिए संघर्ष करना हर मुसलमान पर फ़र्ज है इस्लामी जगत के शासकों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक इस्लामी परिषद का गठन करना चाहिए जो स्वतंत्र नीतियां बनाकर दुनिया को शांति का संदेश दे ताकि दुनिया शांति का केंद्र बन सके।

शिया उलेमा काउंसिल के नेता ने आगे कहा, कुछ देशों का फिलिस्तीन को एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता देना स्वागतयोग्य है, इससे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बहाल करने में मदद मिलेगी। इसी तरह आतंकवाद और सांप्रदायिकता को खत्म करने के लिए भी यह प्रभावी साबित होगा।

टैग्स

आपकी टिप्पणी

You are replying to: .
captcha